Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Nov 2020 · 1 min read

मोहब्बत में अपना जो दिल हार आया

मोहब्बत में अपना जो दिल हार आया
समझ लो वही जीतकर प्यार आया

वो लौटा है तन्हा न महफ़िल से तेरी
मरज़ इश्क़ का साथ इस बार आया

भले इश्क़ है एक दरिया ए आतिश
जो डूबा है इसमें वही पार आया

लिये आइना था जो हाथों में अपने
वो नज़रों में सबकी ख़तावार आया

जिसे सबने माना था कमज़ोर, नाज़ुक
वही फाँदकर पहले दीवार आया

बिका झूट बाज़ार में ख़ूब यारों
न सच के लिये पर खरीदार आया

अकेला रहा वक़्ते मुश्किल में ‘आनन्द’
कोई दोस्त आया न ग़मख़्वार आया

~ डॉ आनन्द किशोर

1 Like · 308 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रकृति सुर और संगीत
प्रकृति सुर और संगीत
Ritu Asooja
रस्म ए उल्फ़त में वफ़ाओं का सिला
रस्म ए उल्फ़त में वफ़ाओं का सिला
Monika Arora
AE888 - Trang chủ nhà cái casino online hàng đầu, hội tụ gam
AE888 - Trang chủ nhà cái casino online hàng đầu, hội tụ gam
AE888 TRANG NHÀ CÁI CASINO
आज के इस स्वार्थी युग में...
आज के इस स्वार्थी युग में...
Ajit Kumar "Karn"
कितने हीं ज़ख्म हमें छिपाने होते हैं,
कितने हीं ज़ख्म हमें छिपाने होते हैं,
Shweta Soni
हम में सिर्फ यही कमी है,
हम में सिर्फ यही कमी है,
अरशद रसूल बदायूंनी
"कवि के हृदय में"
Dr. Kishan tandon kranti
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
है खबर यहीं के तेरा इंतजार है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
पूर्वार्थ
#कमसिन उम्र
#कमसिन उम्र
Radheshyam Khatik
Teacher
Teacher
Rajan Sharma
*मंजिल मिलेगी तुम अगर, अविराम चलना ठान लो 【मुक्तक】*
*मंजिल मिलेगी तुम अगर, अविराम चलना ठान लो 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
*मैं और मेरी तन्हाई*
*मैं और मेरी तन्हाई*
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
***आकाश नीला है***
***आकाश नीला है***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
■आज का ज्ञान■
■आज का ज्ञान■
*प्रणय*
Website: https://dongphucasian.com/xuong-may-dong-phuc-ao-th
Website: https://dongphucasian.com/xuong-may-dong-phuc-ao-th
dongphucuytin123
चिड़िया
चिड़िया
Kanchan Khanna
विषय सूची
विषय सूची
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
2891.*पूर्णिका*
2891.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हे प्रभु इतना देना की
हे प्रभु इतना देना की
विकास शुक्ल
* राह चुनने का समय *
* राह चुनने का समय *
surenderpal vaidya
एक दिवानी को हुआ, दीवाने  से  प्यार ।
एक दिवानी को हुआ, दीवाने से प्यार ।
sushil sarna
मज़दूर दिवस विशेष
मज़दूर दिवस विशेष
Sonam Puneet Dubey
संस्मरण #पिछले पन्ने (11)
संस्मरण #पिछले पन्ने (11)
Paras Nath Jha
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
जब सारे फूल ! एक-एक कर झर जाएँगे तुम्हारे जीवन से पतझर की बे
Shubham Pandey (S P)
लोग होंगे दीवाने तेरे रूप के
लोग होंगे दीवाने तेरे रूप के
gurudeenverma198
21)”होली पर्व”
21)”होली पर्व”
Sapna Arora
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
रेत सी इंसान की जिंदगी हैं
रेत सी इंसान की जिंदगी हैं
Neeraj Agarwal
खुद क्यों रोते हैं वो मुझको रुलाने वाले
खुद क्यों रोते हैं वो मुझको रुलाने वाले
VINOD CHAUHAN
Loading...