मोहब्बत के तराने
*जीवन की दौड़ में मोहब्बत वो दवा है
जो हर रिश्ते पर मरहम लगा उसको सवाँरती है ।
मोहब्बत ही तो हर मनुष्य का वास्तविक स्वभाव है*
*कुछ गीत सुहाने गुनगुनाऊंगीं
हर जुबां पर मोहब्बत की अदा
रख जाऊंगी*…
*सपने सुहाने गुनगुनाऊंगीं
मोहब्बत के तराने सुनाऊँगी
अब बात होगी बस मोहब्बत की
मोहब्बत जिद्द है हमारी
मोहब्बत से,नफरतों की झाड़ियां कटवाऊंगीं*
*मेरे जाने के बाद लोग याद करेंगें मुझे
मरने से पहले मोहब्बतों के मकाम छोड़ जाऊंगी
कुछ अच्छे कामों के निशान छोड़ जाऊंगी
चालाकियों के दौर में, सरलता की तरलता छोड़ जाऊंगीं*
*आग की तपिश में ठंडक के मीठे शब्द छोड़ जाऊंगी