मोहब्बत किसी लफ्ज की मोहताज नहीं…….
मोहब्बत किसी लफ्ज की मोहताज नहीं
आँखों से हो जाती है किसी की सरताज नहीं
अपनी मंजिल के रस्ते खुद बनाना
हर इन्सान के हिस्से में खानदानी ताज नहीं।।(अवनीश कुमार)
मोहब्बत किसी लफ्ज की मोहताज नहीं
आँखों से हो जाती है किसी की सरताज नहीं
अपनी मंजिल के रस्ते खुद बनाना
हर इन्सान के हिस्से में खानदानी ताज नहीं।।(अवनीश कुमार)