मोहब्बत और आंसू
मोहब्बत और आंसू
मोहब्बत और आंसू का बड़ा किस्सा पुराना है
ये खुश्बू सी सुहानी है, वो ग़म का ताना बाना है
कोई खामोश हो रोता किसी के नैन हैं कहते
हमें अपना बनाकर के कि वो मेरे नहीं होते
ये बस सिक्के के दो पहलू यही इनका फसाना है
मोहब्बत और आंसू का बड़ा किस्सा पुराना है