चाह
मोहब्बत ऐसी कोई वस्तु नहीं जिसे दिखाया जा सके!
इश्क ऐसी कोई पाठ नहीं जिसे पढ़ाया जा सके!!
यह तो एक चाह है, जो कोई हद से ज्यादा किसी चीज को चाहने लगता है उससे हो जाता है!!!
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शायर : जय लगन कुमार हैप्पी
मोहब्बत ऐसी कोई वस्तु नहीं जिसे दिखाया जा सके!
इश्क ऐसी कोई पाठ नहीं जिसे पढ़ाया जा सके!!
यह तो एक चाह है, जो कोई हद से ज्यादा किसी चीज को चाहने लगता है उससे हो जाता है!!!
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शायर : जय लगन कुमार हैप्पी