Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2024 · 1 min read

सुनहरा सूरज

उस दिन
सुबह का सुनहरा सूरज
मीलों तक फैली
सिंघाड़े की क्यारियों पर
सोना बिखेरता
भाग रहा था
भागती रेल के साथ-साथ

कभी
छुप जाता
गंदले जल के तल में
कभी चमकता
एकदम आकाश में
सुबह का सुनहरा सूरज

भर गया मुझ में
एक अपूर्व उत्साह,
एक उमंग
उस दिन
सुबह का सुनहरा सूरज

आग से निकला
सोना बना
फिर दिन चढ़ने के
साथ-साथ
धीरे-धीरे
चाँदी बनता
सुबह का सुनहरा सूरज

कह रहा था मुझसे
आँखें खोलो
सोचो,
जरा समझो

यही तो व्याख्या है
जीवन की
गर्भ की अग्नि से
निकला मानव,
स्वर्ण बन कर
चमकता नक्षत्र सा
और
बढ़ती उम्र का
दिन
छल-प्रपंच की चाँदी से
मंडित करके
सुनहरे प्रभात के
सोने को
ग्रस लेता है
राहु सा
और
खो देता है
अपना नयनाभिराम सौंदर्य

सुबह का सुनहरा सूरज
तपता है
जलता है-जलाता है,
और धीरे-धीरे
डूब जाता है
मृत्यु के अंधकार में

52 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्राई फॉर लव
क्राई फॉर लव
Shekhar Chandra Mitra
मेरा गांव
मेरा गांव
Anil "Aadarsh"
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
Writer_ermkumar
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
Johnny Ahmed 'क़ैस'
नहीं चाहता मैं यह
नहीं चाहता मैं यह
gurudeenverma198
देखी है हमने हस्तियां कई
देखी है हमने हस्तियां कई
KAJAL NAGAR
परे नाम रूप आकारा, कण कण सृष्टि में विस्तारा
परे नाम रूप आकारा, कण कण सृष्टि में विस्तारा
Dr.Pratibha Prakash
*दौड़ा लो आया शरद, लिए शीत-व्यवहार【कुंडलिया】*
*दौड़ा लो आया शरद, लिए शीत-व्यवहार【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
ये साला टमाटर
ये साला टमाटर
*Author प्रणय प्रभात*
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
इल्म
इल्म
Bodhisatva kastooriya
2837. *पूर्णिका*
2837. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-559💐
💐प्रेम कौतुक-559💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हाइकु शतक (हाइकु संग्रह)
हाइकु शतक (हाइकु संग्रह)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वचन सात फेरों का
वचन सात फेरों का
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तू ज़रा धीरे आना
तू ज़रा धीरे आना
मनोज कुमार
नवरात्रि - गीत
नवरात्रि - गीत
Neeraj Agarwal
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
आख़िरी इश्क़, प्यालों से करने दे साकी-
Shreedhar
मालिक मेरे करना सहारा ।
मालिक मेरे करना सहारा ।
Buddha Prakash
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
दिवाकर उग गया देखो,नवल आकाश है हिंदी।
Neelam Sharma
क्या विरासत में
क्या विरासत में
Dr fauzia Naseem shad
विश्वास
विश्वास
विजय कुमार अग्रवाल
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
शेखर सिंह
हाइकु
हाइकु
Prakash Chandra
"रफ-कॉपी"
Dr. Kishan tandon kranti
इस टूटे हुए दिल को जोड़ने की   कोशिश मत करना
इस टूटे हुए दिल को जोड़ने की कोशिश मत करना
Anand.sharma
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
तेरी यादें बजती रहती हैं घुंघरूओं की तरह,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेचैनी तब होती है जब ध्यान लक्ष्य से हट जाता है।
बेचैनी तब होती है जब ध्यान लक्ष्य से हट जाता है।
Rj Anand Prajapati
-- आधे की हकदार पत्नी --
-- आधे की हकदार पत्नी --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Loading...