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विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
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30 Jan 2024 · 1 min read
मोल
जीवन की गाड़ी चले,
बिन डीजल पेट्रोल।
श्रमजीवी ही जानता,
दो रोटी का मोल।
Competition:
Poetry Writing Challenge-2
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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