मोबाइल
📝The Poem:-” मोबाइल ” राजा …📲मोबाइल राजा ने सबके मन पर अब राज किया हैजो पागल है इसके पीछेउनका मुश्किल काज किया है..चलाती है मोबाइल अब दुनिया सारीहर नए स्मार्टफ़ोन को उनका सलाम हैनादान और बेसुध है कई अब तक पढ़े लिखो का भी दंडवत इसको प्रणाम है..रातों की निद्रा उड़ाई इसने और कार्यक्षमता को कमज़ोर कियाजो बस डूबे रहते इसकीं गलियों मेंउनका जीवन नीरस और बोर कियातकनीक कोई अभिशाप नही प्यारेसमझो तो यह वरदान हैउपभोग सीमित किया तो ज्ञान होगावरना हम भी इसके गुलाम है…बेवजह ही उंगलियां कभी स्क्रीन पर चलती हैढीले मन की निगाहें इधर उधर फिसलती हैपरिवार और यार छोड़ दिये हमनें कब सेसिर्फ़ ऑनलाइन गेमिंग में अब शामे ढलती है..मोबाइल ने हमको चलाया हैया हम उसे चलाते हैउलझन में है शायद युवा हमारेइसे नही समझ वो पाते है..दिल, दिमाग की बीमारियों का खौफ बडा हैअनजाने में यह कैसा फितूर चढ़ा हैस्क्रीन टाइम अब कम नही किया तोपक्का यमराज हमारे पीछे पड़ा है..टच स्क्रीन के दलदल मेंसैंकड़ो को पिघलते देखा हैरील्स चलाते हुए हीलाखो क्षण निकलते देखा है..हम माँ से बिछड़े, बाप से बिछड़ेएक ही छत में हो गए टुकड़ेबैठे है एक ही टेबल परमगर है अलग अलग मोबाइल पकड़ेमोबाइल के सफ़ेद प्रकाश नेरातों को काला किया हैबच्चो और बूढों को भीबस कतई ठाला किया है..सृजन क्षमता मिट रही उनकीआँखों पर पड़ गए काले घेरे हैबालक बिगड़ गया गर तो समझ लेनाज़िन्दगी में सिर्फ उसके अँधेरे है..पहले थमाते है मोबाइल खुद उसेऔर आज़ादी से अपनी पीछा छुड़ाते हैजब लगती है लत मोबाइल की बालक कोतब सिर्फ रोते है, मातम मनाते हैमत दो मोबाइल हाथों में उनकोअभी तो अपने साथ खिलाओ नमाता- पिता का ही कर्तव्य है यहबच्चो को तुमथोड़ा रचनात्मक बनाओ न…मोबाइल आपका लत में दुश्मन हैप्यारी नींद को इसने मारा हैयूँ तो ख़ुद को इतना बहादुर समझते है हमपर सामने इसके मन क्यों हारा है?मोबाइल के सन्तुलित प्रयोग काअब हमको कठोर सन्कल्प करना हैमनोरंजन का माध्यम सिर्फ यह फोन नहीहमें सृजनात्मक विकल्प भी कोई रखना है…आँखों की चिंता हमको करनी हैऔर पढ़ाई को भी हमें बचाना हैडिजिटल डिटॉक्स का करके ख़ुदसे वादाअपना स्वर्णिम भविष्य बनाना हैमोबाइल राजा की कोई प्रजा नही हमउसके इशारों पर जो चलती हैविवेक रूप में अनुशासन हमारा साथी हैमर्ज़ी से ही इसकीं हर इच्छा संभलती है…अगर अपनी खूबसूरत आँखों कोबचाने का हमनें इरादा किया हैतो समझना सहज हैमोबाइल से दूरी रखने काखुद से वादा किया है…💠इन खूबसूरत आँखों में पलते है बड़े सपने हमारेऔर उन्हीं में छिपी जीवन की बड़ी आस हैइन निगाहों को बचाना बहुत ज़रूरी हैइसीलियेअब हमारा डिजिटल उपवास “है♥️✨अब हमारा डिजिटल उपवास “है♥️✨