मोदी जी का स्वच्छ भारत का जो सपना है
(शेर)- धरती, हवा और जल को, करो नहीं प्रदूषित तुम।
इस प्रदूषित वातावरण में कभी, जी नहीं सकोगे तुम।।
फैंकों नहीं खुले में कचरा तुम, करो नहीं खुले में शौच।
मोदी जी के स्वच्छ भारत के सपने को, यारों करो साकार तुम।।
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मोदी जी का स्वच्छ भारत का, जो सपना है।
साकार यह सपना, हम सबको करना है।।
खुले में शौच और कचरा, हमको नहीं करना है।
स्वच्छ भारत का निर्माण, हमको करना है।।
मोदी जी का स्वच्छ भारत——————।।
खुले में शौच से होती है, दूषित वायु ।
बीमार हमको करती है, दूषित वायु ।।
हमको घुटन होती है, दूषित वायु से।
पर्यावरण प्रदूषित, हमको नहीं करना है।।
मोदी जी का स्वच्छ भारत——————-।।
इधर- उधर फैंकों नहीं, घर का कचरा।
कूड़ेदान में ही रखों, घर का कचरा।।
जब भी आती है, कचरा लेने वाली गाड़ी।
उस गाड़ी में कूड़ादान,खाली करना है।।
मोदी जी का स्वच्छ भारत———————-।।
खुले में शौच और कचरा, जो भी करते हैं।
बदनाम भारत की संस्कृति को, करते हैं।।
घटती है साख विदेशों में, इससे भारत की।
स्वच्छता में भारत, हमको अव्वल रखना है।।
मोदी जी का स्वच्छ भारत——————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)