Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2020 · 1 min read

“ मै “

अपनों के लिये
मरती – करती – सहती
लेकिन कुछ नहीं “ मैं “
कहीं नहीं “ मैं “
मरती हुई अच्छी “ मैं “
करती हुई अच्छी “ मैं “
सहती हुई अच्छी “ मैं “
लेकिन आवाज़ उठाती
सबसे बुरी “ मैं “
अपने इस “ मैं “ को
कैसे देखूँ ?
सवाल बहुत जटिल
हल करना कठिन
अपने इस “ मैं “ से लड़ना कठिन
अपने इस “ मैं “ को समझाना कठिन
कि क्या हूँ “ मैं “
कहाँ हूँ “ मैं “
हूँ भी नही की नहीं हूँ “ मैं “
अगर हूँ तो कितनी हूँ “ मैं “
आधी हूँ या पूरी हूँ “ मैं “
अच्छी हूँ या बुरी हूँ “ मैं “
सही हूँ या गलत हूँ “ मैं “
रोज़ – ब – रोज़
इस “ मैं “ से लड़ती “ मैं “
पल – पल हर पल
घुट – घुट कर मरती “ मैं “ !!

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 13 – 09 – 2012 )

Language: Hindi
2 Likes · 6 Comments · 396 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Singh Devaa
View all
You may also like:
"दूसरा मौका"
Dr. Kishan tandon kranti
निंदा
निंदा
Dr fauzia Naseem shad
झूठ
झूठ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Converse with the powers
Converse with the powers
Dhriti Mishra
कितने अच्छे भाव है ना, करूणा, दया, समर्पण और साथ देना। पर जब
कितने अच्छे भाव है ना, करूणा, दया, समर्पण और साथ देना। पर जब
पूर्वार्थ
तेरा मेरा साथ
तेरा मेरा साथ
Kanchan verma
Sometimes you have to
Sometimes you have to
Prachi Verma
किसी को जिंदगी लिखने में स्याही ना लगी
किसी को जिंदगी लिखने में स्याही ना लगी
कवि दीपक बवेजा
तुझसे परेशान हैं आज तुझको बसाने वाले
तुझसे परेशान हैं आज तुझको बसाने वाले
VINOD CHAUHAN
दोस्ती
दोस्ती
Mukesh Kumar Sonkar
आचार्य - डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक
आचार्य - डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*कोपल निकलने से पहले*
*कोपल निकलने से पहले*
Poonam Matia
राधा और मुरली को भी छोड़ना पड़ता हैं?
राधा और मुरली को भी छोड़ना पड़ता हैं?
The_dk_poetry
जिया ना जाए तेरे बिन
जिया ना जाए तेरे बिन
Basant Bhagawan Roy
अब उनके हौसले भी पस्त होने लगे हैं,
अब उनके हौसले भी पस्त होने लगे हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Poetry Writing Challenge-3 Result
Poetry Writing Challenge-3 Result
Sahityapedia
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
कुछ भी नहीं हमको फायदा, तुमको अगर हम पा भी ले
कुछ भी नहीं हमको फायदा, तुमको अगर हम पा भी ले
gurudeenverma198
*कभी पहाड़ों पर जाकर हिमपात न देखा क्या देखा (मुक्तक)*
*कभी पहाड़ों पर जाकर हिमपात न देखा क्या देखा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
जय जय दुर्गा माता
जय जय दुर्गा माता
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
2573.पूर्णिका
2573.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सच नहीं है कुछ भी, मैने किया है
सच नहीं है कुछ भी, मैने किया है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Mystical Love
Mystical Love
Sidhartha Mishra
साँसों के संघर्ष से, देह गई जब हार ।
साँसों के संघर्ष से, देह गई जब हार ।
sushil sarna
मिसाल (कविता)
मिसाल (कविता)
Kanchan Khanna
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ाकर चले गए...
सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ाकर चले गए...
Sunil Suman
जिंदगी
जिंदगी
Sangeeta Beniwal
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
Harminder Kaur
याद रे
याद रे
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"पँछियोँ मेँ भी, अमिट है प्यार..!"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...