मै मौन रहूं
मै मौन रहू
ये सबके लिए ही अच्छा है ।
जब ये मुख खुलता है ।
बहुत कुछ बोलता है ।
जो हो रहा
ओर
जिसके आसार है ।
सब से चिंतित रहता है ।
कई दफा तो ये
गढे मुर्दे को भी उखाडता है।
मै मौन रहू
ये सबके लिए ही अच्छा है ।
छुप नही रहा किसी से
जो आजकल घट रहा है ।
नन्ही- नन्ही बच्चियो का भी
बलात्कार हो रहा है ।
कर्ज के बोझ से
किसान फंदा जुल रहा है ।
कैसे मै ये सब देखता रहू
ओर कुछ भी ना कहू
मेरा ज़मीर खोल रहा है ।
मै मौन रहू !
ये सबके लिए ही अच्छा है ।
जवान देश पर जब शहीद होता है ।
हर नेता रोटिया सेंकने लगता है ।
वो किसी का कभी नही ।
केवल अपना फायदा देखता है ।
मै मौन रहू !
ये सबके लिए ही अच्छा है ।