Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jul 2021 · 2 min read

मै नहीं मेरी कलम बोलती है।

मै नहीं मेरी कलम बोलती है।

गिरी हुई पलके,
झुकी हुई जुल्फ़े।

सांसे सो रही हो जैसे,
पुष्पों के शय्या पर।

अम्बर भी आशिक़ हो जाएं,
तुझे देख कर।
तू परियों जैसी लगती है।
मै नहीं मेरी कलम…………….।

जिस राह पर जाए,
वहां कलियां भी शर्माए।
तुझे देख कर।

पतझड़ भी हरा हो जाए,
कोयल मीठी- मीठी गीत सुनाए।
तुझे देख कर।

तुझे देख कर जल धर बारिश कर दे,
पाने की ख्वाहिश में, भौंरा हां हां भर दे।
तुझे देख कर।

तू सुमन से निकली हुई कली लगती है।
मै नहीं मेरी कलम………………।

तू लड़की नहीं चंचला है।
तुझे देख कर मेरा दिल तुझ पर डोला है।

तू कहे तो मै हजारों तारे तोड़ लाऊं, आसमां से।
कदमों में हाज़िर करके सीने से लगा लूं।

तू किसलय पर बिखरी हुई सबनम हो।
चलती- फिरती सुगंधित हवा हो।

तू फुलवारी से निकली हुई तितली लगती हैं।
मै नहीं मेरी कलम…………….।

केशि नी फैलाती है , जैसे सुबह मोर नाचता हो।
पलके उठाती है, जैसे अलि फूलों से बाते कर रहे हो।

अति कु जिंत में शोभित लगती है।
तू गूंगी है पर नैनो से बाते करती हैं।

दर्पण की नजर जब तुझ पर पड़े।
टूट जाए तुझे देख कर हो जाए खड़े।

तू दर्पण से भी सौंदर्य लगती है।
मै नहीं मेरी कलम………….।

चाहत की दरिया बूंद- बूंद टपके,
सुबह की ओस देख कर ललचाए।

खींच ले डोर प्यार के,
मेरी नजर तुझ पर ललचाए।

जादू की छड़ी रुकती नहीं।
क्या जादू हम पर चलाएगी, कुछ कहती नहीं।

तू एक पौधा के किसलय लगती हैं।
मै नहीं मेरी कलम बोलती है।।

लेखक/कवि- मनोज कुमार

Language: Hindi
359 Views

You may also like these posts

कॉटेज हाउस
कॉटेज हाउस
Otteri Selvakumar
कितना
कितना
Santosh Shrivastava
छोटी सी बात
छोटी सी बात
Shashi Mahajan
ग़ज़ल:- ऑंखों में क़ैद रहना सुनहरा लगा मुझे...
ग़ज़ल:- ऑंखों में क़ैद रहना सुनहरा लगा मुझे...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से।
मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से।
सत्य कुमार प्रेमी
जनाब नशे में हैं
जनाब नशे में हैं
डॉ. एकान्त नेगी
प्रीतम दोहा अभिव्यक्ति
प्रीतम दोहा अभिव्यक्ति
आर.एस. 'प्रीतम'
गुरु
गुरु
सोनू हंस
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
Paras Nath Jha
क्या जाने दुनिया के चलन को सच्चा है
क्या जाने दुनिया के चलन को सच्चा है
Dr. Mohit Gupta
विश्वास करो
विश्वास करो
TARAN VERMA
राधा
राधा
Rambali Mishra
*अमर रहेंगे वीर लाजपत राय श्रेष्ठ बलिदानी (गीत)*
*अमर रहेंगे वीर लाजपत राय श्रेष्ठ बलिदानी (गीत)*
Ravi Prakash
॰॰॰॰॰॰*बाबुल का अँगना*॰॰॰॰॰॰
॰॰॰॰॰॰*बाबुल का अँगना*॰॰॰॰॰॰
Dr. Vaishali Verma
वो तेरा है ना तेरा था (सत्य की खोज)
वो तेरा है ना तेरा था (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
बेज़ुबान पहचान ...
बेज़ुबान पहचान ...
sushil sarna
SP56 एक सुधी श्रोता
SP56 एक सुधी श्रोता
Manoj Shrivastava
शुकून भरा पल
शुकून भरा पल
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
श्री गणेश भगवान की जन्म कथा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मौसमों की माफ़िक़ लोग
मौसमों की माफ़िक़ लोग
Shreedhar
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बचपन का प्यार
बचपन का प्यार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
.
.
*प्रणय*
शुरुआत में खामोशी समझने वाले लोग
शुरुआत में खामोशी समझने वाले लोग
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कुछ हृदय ने गहे
कुछ हृदय ने गहे
Dr Archana Gupta
सपने कीमत मांगते है सपने चाहिए तो जो जो कीमत वो मांगे चुकने
सपने कीमत मांगते है सपने चाहिए तो जो जो कीमत वो मांगे चुकने
पूर्वार्थ
4323.💐 *पूर्णिका* 💐
4323.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मीठी वाणी
मीठी वाणी
Kavita Chouhan
जवानी
जवानी
Bodhisatva kastooriya
उनकी मोहब्बत में सब कुछ भुलाए बैठें हैं
उनकी मोहब्बत में सब कुछ भुलाए बैठें हैं
Jyoti Roshni
Loading...