मैयत
जनाजे को मिरे कन्धा लगाने आ गया कोई।
हमारी याद में आँसूं बहाने आ गया कोई।
लगा होने हमें अब गम हमारी मौत का यारों
हसी मैयत पे मेरी गुल चढ़ाने आ गया कोई
जनाजे को मिरे कन्धा लगाने आ गया कोई।
हमारी याद में आँसूं बहाने आ गया कोई।
लगा होने हमें अब गम हमारी मौत का यारों
हसी मैयत पे मेरी गुल चढ़ाने आ गया कोई