Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Sep 2021 · 1 min read

मैथिल रंग अनूप

संस्कृत-पाली-मागधी,
मैथिल रंग अनूप*
किछु अंशों मे बंगला,
किछु मे हिंदी रूप

शामिल मैथिल आठवीं,
सूची मे हे आज
झारखंडीक राज्य मे,
द्वितीय भाषा राज**

•••
_________________________________
*मैथिली भाषा भारत व नेपाल के कई भागों में मुख्य रूप से बोली जाती है। जहाँ भारत के बिहार व झारखण्ड राज्यों में यह दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, शिवहर, भागलपुर, मधेपुरा, अररिया, सुपौल, वैशाली, सहरसा, रांची, बोकारो, जमशेदपुर, धनबाद और देवघर जिलों में बोली जाती है| वहीँ नेपाल के आठ जिलों में मैथिली भाषा फल फूल रही है। नेपाल के ये जिले हैं:— धनुषा, सिरहा, सुनसरी, सरलाही, सप्तरी, मोहतरी, मोरंग व रौतहट में भी खूब बोली जाती है। इसके अलावा बँगला, असमिया तथा ओड़िया भाषाओँ के साथ इसकी उत्पत्ति ‘मागधी’ प्राकृत से हुई है। अतः मैथिली कुछ अंशों में बंगला; तो कुछ अंशों में हिंदी भाषा के अधिक निकट है।

**वर्ष 2003 ई. में मैथिली भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित किया गया। तात्कालिन प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयीजी ने मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में सम्मिलित करने की घोषणा सुपौल जिला के निर्मलीमे किए थे। भारत के झारखंड राज्य में इसे द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्राप्त है

Language: Maithili
2 Likes · 2 Comments · 353 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all
You may also like:
ट्रस्टीशिप-विचार / 1982/प्रतिक्रियाएं
ट्रस्टीशिप-विचार / 1982/प्रतिक्रियाएं
Ravi Prakash
🙅यक़ीन मानिए🙅
🙅यक़ीन मानिए🙅
*प्रणय*
प्रेम का वक़ात
प्रेम का वक़ात
भरत कुमार सोलंकी
"बेजुबान का दर्द"
Dr. Kishan tandon kranti
वो भी एक समय था जब...
वो भी एक समय था जब...
Ajit Kumar "Karn"
*****देव प्रबोधिनी*****
*****देव प्रबोधिनी*****
Kavita Chouhan
त्योहारों का देश
त्योहारों का देश
surenderpal vaidya
नदी की तीव्र धारा है चले आओ चले आओ।
नदी की तीव्र धारा है चले आओ चले आओ।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
कहते हैं कि मृत्यु चुपचाप आती है। बेख़बर। वह चुपके से आती है
कहते हैं कि मृत्यु चुपचाप आती है। बेख़बर। वह चुपके से आती है
Dr Tabassum Jahan
तुम्हारी आंखों के आईने से मैंने यह सच बात जानी है।
तुम्हारी आंखों के आईने से मैंने यह सच बात जानी है।
शिव प्रताप लोधी
"कितना कठिन प्रश्न है यह,
शेखर सिंह
हर खतरे से पुत्र को,
हर खतरे से पुत्र को,
sushil sarna
सुख समृद्धि शांति का,उत्तम मिले मुकाम
सुख समृद्धि शांति का,उत्तम मिले मुकाम
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार
चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
"घर घर की कहानी"
Yogendra Chaturwedi
प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही।
प्रेम हो जाए जिससे है भाता वही।
सत्य कुमार प्रेमी
मैं भारत हूँ
मैं भारत हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Be with someone you can call
Be with someone you can call "home".
पूर्वार्थ
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
singh kunwar sarvendra vikram
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
Keshav kishor Kumar
4601.*पूर्णिका*
4601.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रकाश पर्व
प्रकाश पर्व
Shashi kala vyas
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ग़रीबी में भली बातें भी साज़िश ही लगा करती
ग़रीबी में भली बातें भी साज़िश ही लगा करती
आर.एस. 'प्रीतम'
सुख दुख
सुख दुख
Sûrëkhâ
*My Decor*
*My Decor*
Poonam Matia
सब कुछ मिले संभव नहीं
सब कुछ मिले संभव नहीं
Dr. Rajeev Jain
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
हिंदी हाइकु
हिंदी हाइकु
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
घोसी                      क्या कह  रहा है
घोसी क्या कह रहा है
Rajan Singh
Loading...