मैखाना
मैखाने को कद्रदानाे का इंतजार!!
दीवानों को शाम ढलने का इंतजार शमा रौशन हुई महफिल हुई गुलजार!!
किसी के हाथ गम का पैमाना मैखाना किसी कि खुशियों का मधुशाला मैखाना!!
किसी को ना खुशी ना गम जिंदगी का लम्हा लम्हा सांसो धढ़कन का पैमाना मैखाना!!
हर कोई जिन्दगी के शौक के मस्ती कि तलाश में इधर उधर खोजता मैखाना!!
कोई हुस्न के जाम का दीवाना इश्क के जुनून के पैमाने का परवाना!!
बेवफा मोहब्बत से घायल के दर्द कि दवा दुआ कि शराब का मैखाना!! हर कोई नशे में डूबा कही दौलत ही मैखाने का पैमाना!!
किसी को हुस्न का गुरुर मैखाने का पैमाना!!
न पैमाने में नशा न मैखाने में नशा जिंदगी के मकसद के जज्बे में डूब जाने में नशा!!
दुनियाँ का वो दीवाना, परस्तिस कि तमन्ना का है परवाना है मैखाना!!
N L M TRIPATHI(पीताम्बर)