मैं…!
मैं अगर मिल ना पाई
तो यादों में चली आउंगी
नाराजगी किसी से कितनी भी क्यों ना हो
गम में तुम्हारे मैं तुम्हें हमेशा गले से लगाऊंगी
मुझे मालुम है जिंदगी का कोई भरोसा नहीं
इसलिए तुम अपने हिस्से का निभाओ
या ना निभाओ मैं अपने हिस्से का रिश्ता निभाऊंगी।
~ गरिमा प्रसाद 🥀