मैं हो रही हूं ख़राब ख़राब होने दो
मैं हो रही हूं ख़राब मुझे ख़राब होने दो
आज चाॅंद के कांधे पे सर कर रोने दो
सोचती हूं झटक दूं उसको अपनी यादों से
खैर छोड़ो जहां है अभी वहीं उसे होने दो
दिल की बाजी थी दिल से हमने खेली थी
उसका दिल नहीं लगा उसे मुझे खोने दो
क्या कहा करूं रिवायती मुहब्बत पुर्दिल
ये मेरा तौर तरीका नहीं जाता है तो जाने दो
~ सिद्धार्थ