मैं हू बेटा तेरा तूही माँ है मेरी
मै हू बेटा तेरा, तूही माँ है मेरी
जगजननी तूही, तूही ममतामई।
कोई कष्ट होता तो, कहता मैं हरदम
मैं रहता खुशी, माँ हरपल तेरे संग ।।
बचपन में तू, पकड़ के उंगली, इधर उधर माँ मुझे घुमाती
रोता था मैं अगर कभी भी, तू एकपल में मुझे हँसाती
सुनते निराली, हर बातें तेरी हम
सही क्या गलत तू, सिखाती हो हरदम
बेटा के लिए माँ, ना तुमसे बढ़के कोई
मैं हुं बेटा तेरा, तूही माँ है मेरी।
जगजननी तूही, तूही ममतामई।।
व्याकुल बेटा, हो अगर तो, तू गले से उसे लगाती
तू आँचल की कोर से मैया, पोछ के आंसू उसे मनाती
तेरे बिन लगे सूना सुना सा आँगन
तू रहती जहां, वहां लगता सुहावन
सारा जग है तेरा, जग की पालक तूही
मै हू बेटा तेरा, तूही माँ है मेरी।
जगजननी तूही, तूही ममतामई।।
✍️ बसंत भगवान राय
(धुन: वो लड़की नही जिंदगी है मेरी)