मैं हिन्दुस्तान हूं।
दहशत गर्द नहीं मैं एक मुसलमान हूं।
तुम्हारी ही तरह मैं भी एक इन्सान हूं।।1।।
शक ना करना मेरी वतन परस्ती पर।
वतन पे मरजानें को मैं एक जवान हूं।।2।।
इक बार पढ़के देखो दिलसे मुझको।
मैं गीता मैं बाइबिल मैं ही कुरआन हूं।।3।।
मैं हिन्दू मुस्लिम मैं ही सिक्ख ईसाई।
हर मज़हब है मुझमें मैं हिन्दुस्तान हूं।।4।।
अपनी पूरी जवानी कुर्बान करने को।
कभी मैं अटल तो कभी मैं कलाम हूं।।5।।
भक्ति में सूर,तुलसी मैं ही रसखान हूं।
मैं भी अपनी भारत माता का लाल हूं।।6।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ