मैं सिटी बेंगलुरु हूं
मैं सिटी बेंगलुरु हूं, मां भारती का नूर हूं
आई. टी. का हब, इलेक्ट्रॉनिक्स की तस्वीर हूं
झीलों गार्डनों के लिए, संसार में मशहूर हूं
हरी भरी सुंदर सजीली, सिलिकॉन की घाटी निराली
उद्योग और व्यापार की, सत्ता भी मैंने संभाली
दुनिया का आईटी शहर, मैं शहर बेंगलुरु हूं
चारों तरफ उद्यान हैं, झीलें भी मेरी शान हैं
मस्त हैं मेरे नजारे, सौंदर्य से भरपूर हूं
कर्नाटक की राजधानी, मैं एसी सिटी बेंगलुरु हूं
मैं एसी सिटी बेंगलुरु हूं
न मैं ठंडी न गरम, मौसम सुहाना रहे हरदम
ज्ञान है तकनीक है, विज्ञान का एक गीत है
चिकित्सा विज्ञान, और कर्नाटक संगीत है
विश्व भर के लोग, प्यार से रहते यहां
सपने हैं असीमित, उड़ने को है जहां
मंदिरों का शिखर, मस्जिदे मीनार हूं
गगनचुंबी इमारतों का, एक अलग दीदार हूं
ऐतिहासिक शहर हूं, हर दिल का मैं प्यार हूं
हर एक दिल का नूर हूं, मैं सिटी बेंगलुरु हूं