मैं शायर भी हूँ,
मैं शायर भी हूँ,
कवि भी हूँ ।
तेरे लिए मैं,
तेरा छवि भी हूँ ।
वक्त हो जब तेरे अंधकार का,
तो हमें याद कर लेना,
मैं तेरा रवि भी हूँ ।।
मैं शायर भी हूँ,
कवि भी हूँ ।
तेरे लिए मैं,
तेरा छवि भी हूँ ।
वक्त हो जब तेरे अंधकार का,
तो हमें याद कर लेना,
मैं तेरा रवि भी हूँ ।।