मैं भी भूल जाऊं तुझको तो बता कौन सा है गम…!!
गुजर गया वह वक्त तेरे बिना,
कौन से शहर में जाने कौन सा था जहां,
आंसुओं का जहर भी पीता था मैं हर दिन,
घुट घुट कर ही सही पर जीता था मैं हर दिन,
तेरी यादों के नाम जाम पर जाम झलकाता था मैं हर दिन,
रूह की तलाश में गली-गली भटकते हुए खुद को बहलाता था मैं हर दिन,
उम्मीद तेरे नाम की भी मैं खत्म कर चुका हूं,
तू तो बढ़ चुकी है मुझसे कहीं बहुत आगे..
मैं भी भूल जाऊं तुझको तो बता कौन सा है गम…!!
❤️ Love Ravi ❤️