Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2024 · 2 min read

मैं भारत की माटी से आती हूँ

रण में उतर जाऊँ पहन बसंती चोला
पहन वर्दी वन्दे मातरम् हर साँस ने बोला
सीता दुर्गा लक्ष्मी सी कहलाती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ

गंगा से सीखा निरंतर बहना
हिमालय से तूफ़ानों में खड़े रहना
हर विपदा में कोयल सी मैं गाती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ ….

हूँ रण में झाँसी की रानी की तलवार
दुश्मनों से कभी न मानती हार
देश रूपी चमन को अपने कर्मों से महकाती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ….

अपमान किया तो हूँ मैं ज्वाला
वरना अमृत का मैं प्याला
ममता की छाँव में सबको बिठाती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ …

उसने सदा खाया धोखा
जिसने मुझे कम है आँका
मैं तो इतिहास बदलने आती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ ….

खेतों में मैं हल चला लूँ
रॉकेट हवाई जहाज़ उड़ा दूँ
खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर लाती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ …

चूल्हे चौके तक ना सीमित रहती
डॉक्टर वैज्ञानिक शिक्षिका मैं बनती
कभी बन राष्ट्रपति देश चलाती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ …

हर कठिनाई से हँसकर जूझती
रिश्ते निभाने में खुद को भूलती
अपनों के दिल में मैं ख़ुदको पाती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ ….

जड़ो से सदा जुड़ी रहती
पंख खोल आसमान छू लेती
आए विपदा तो शेरनी सी दहाड़ती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ ….

भरे हैं मुझमें संस्कार
तुलसी कबीर के विचार
घर को मैं स्वर्ग बनाती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ ….

प्राण मेरे तिरंगे में बसते
साँसों में वन्दे मातरम् के स्वर गूँजते
हिन्दुस्तान की मैं बेटी कहलाती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ …

हिन्दी में कविताएँ लिख विश्व रिकॉर्ड बनाती
दुनिया को देश की गौरव गाथा सुनाती
जन्मभूमि की माटी को माथे पर सजाती हूँ
मैं भारत की माटी से आती हूँ ….

इंदु नांदल विश्व रिकॉर्ड होल्डर
इंडोनेशिया
स्वरचित

Language: Hindi
2 Likes · 39 Views
Books from Indu Nandal
View all

You may also like these posts

शोखी इश्क (ग़ज़ल)
शोखी इश्क (ग़ज़ल)
Dushyant Kumar Patel
💐💐दोहा निवेदन💐💐
💐💐दोहा निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
130 किताबें महिलाओं के नाम
130 किताबें महिलाओं के नाम
अरशद रसूल बदायूंनी
खुद को खुदा न समझा,
खुद को खुदा न समझा,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
छंद का आनंद घनाक्षरी छंद
छंद का आनंद घनाक्षरी छंद
guru saxena
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
goutam shaw
मां रा सपना
मां रा सपना
Rajdeep Singh Inda
3169.*पूर्णिका*
3169.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उसे बुला कर देखें कई,मर्तबा
उसे बुला कर देखें कई,मर्तबा
Keshav kishor Kumar
कुछ तुम बदलो, कुछ हम बदलें।
कुछ तुम बदलो, कुछ हम बदलें।
निकेश कुमार ठाकुर
पहला प्यार नहीं बदला...!!
पहला प्यार नहीं बदला...!!
Ravi Betulwala
*एक जन्म में जाने कितने, हमने जन्म जिए हैं (हिंदी गजल)*
*एक जन्म में जाने कितने, हमने जन्म जिए हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कुहुक कुहुक
कुहुक कुहुक
Akash Agam
..
..
*प्रणय*
....नया मोड़
....नया मोड़
Naushaba Suriya
पीने -पिलाने की आदत तो डालो
पीने -पिलाने की आदत तो डालो
सिद्धार्थ गोरखपुरी
यूं फिसले है आदमी, ज्यों मुट्ठी से रेत
यूं फिसले है आदमी, ज्यों मुट्ठी से रेत
RAMESH SHARMA
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
मुक्तक _ दिखावे को ....
मुक्तक _ दिखावे को ....
Neelofar Khan
गणित का सत्य
गणित का सत्य
Dr. Vaishali Verma
শিবকে ভালোবাসি (শিবের গান)
শিবকে ভালোবাসি (শিবের গান)
Arghyadeep Chakraborty
तुमको खोकर
तुमको खोकर
Dr fauzia Naseem shad
राम राम
राम राम
Sonit Parjapati
जीवन है अलग अलग हालत, रिश्ते, में डालेगा और वही अलग अलग हालत
जीवन है अलग अलग हालत, रिश्ते, में डालेगा और वही अलग अलग हालत
पूर्वार्थ
आगाज़-ए-नववर्ष
आगाज़-ए-नववर्ष
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
गुरु की महिमा
गुरु की महिमा
Dr.Priya Soni Khare
"तू-तू मैं-मैं"
Dr. Kishan tandon kranti
ये शास्वत है कि हम सभी ईश्वर अंश है। परंतु सबकी परिस्थितियां
ये शास्वत है कि हम सभी ईश्वर अंश है। परंतु सबकी परिस्थितियां
Sanjay ' शून्य'
शाश्वत प्रेम
शाश्वत प्रेम
Shashi Mahajan
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
कोई मेरे दिल में उतर के तो देखे...
singh kunwar sarvendra vikram
Loading...