Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

मैं बेबाक हूँ इसीलिए तो लोग चिढ़ते हैं

मैं बेबाक हूँ इसीलिए तो लोग चिढ़ते हैं
अगर जी हुजूरी करूँ उनकी
तो वही लोग मेरे ही सिर पर चढ़ते हैं

2 Likes · 41 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from VINOD CHAUHAN
View all
You may also like:
तू है जगतजननी माँ दुर्गा
तू है जगतजननी माँ दुर्गा
gurudeenverma198
दुर्गा माँ
दुर्गा माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वो आए और देखकर मुस्कुराने लगे
वो आए और देखकर मुस्कुराने लगे
Surinder blackpen
मनुष्य को
मनुष्य को
ओंकार मिश्र
4. गुलिस्तान
4. गुलिस्तान
Rajeev Dutta
अर्ज किया है
अर्ज किया है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
पारख पूर्ण प्रणेता
पारख पूर्ण प्रणेता
प्रेमदास वसु सुरेखा
ये ज़िंदगी.....
ये ज़िंदगी.....
Mamta Rajput
पिछले पन्ने 10
पिछले पन्ने 10
Paras Nath Jha
#लघुकविता-
#लघुकविता-
*प्रणय प्रभात*
विधवा
विधवा
Buddha Prakash
हदें
हदें
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
2507.पूर्णिका
2507.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
घृणा आंदोलन बन सकती है, तो प्रेम क्यों नहीं?
घृणा आंदोलन बन सकती है, तो प्रेम क्यों नहीं?
Dr MusafiR BaithA
*
*"सीता जी का अवतार"*
Shashi kala vyas
वक़्त की पहचान🙏
वक़्त की पहचान🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
“ दुमका संस्मरण ” ( विजली ) (1958)
DrLakshman Jha Parimal
कुछ लोग जाहिर नहीं करते
कुछ लोग जाहिर नहीं करते
शेखर सिंह
संगीत................... जीवन है
संगीत................... जीवन है
Neeraj Agarwal
नया साल
नया साल
विजय कुमार अग्रवाल
क्यों हमें बुनियाद होने की ग़लत-फ़हमी रही ये
क्यों हमें बुनियाद होने की ग़लत-फ़हमी रही ये
Meenakshi Masoom
अधूरा एहसास(कविता)
अधूरा एहसास(कविता)
Monika Yadav (Rachina)
चयन
चयन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*पापा (बाल कविता)*
*पापा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"तेरी यादें"
Dr. Kishan tandon kranti
मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं ,
मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं ,
Manju sagar
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
डॉ.सीमा अग्रवाल
यादों से निकला एक पल
यादों से निकला एक पल
Meera Thakur
आजकल की स्त्रियां
आजकल की स्त्रियां
Abhijeet
ज़िन्दगी चल नए सफर पर।
ज़िन्दगी चल नए सफर पर।
Taj Mohammad
Loading...