मैं फिर आऊँगा
शीर्षक–मैं फिर आऊंगा
मैं फिर आऊंगा
तुम्हारे सपनो में
तुम्हे नींद से जगाने
या तुम्हारी नींद चुराने
मैं फिर आऊंगा
बादल बन
तुम्हे खुद में भीगाने
या फिर खुद में बहा ले जाने
मैं फिर आऊंगा
याद शहर से याद ले कर
यादो के धागे में
तेरे एहसास का मोती पिरोने
मैं फिर आऊंगा
तेरे केशो में लिपटे फूल बनकर
या कानो से लटके कर्णफूल बन कर
या फिर माथे पे लगी बिंदी बनकर
मैं फिर आऊंगा
मैं फिर आऊंगा–अभिषेक राजहंस