Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2020 · 1 min read

मैं नदिया का नीर हूं निर्मल

मैं नदिया का नीर हूं निर्मल
उज्जवल धारा में वहता हूं
जीवन हूं मैं सब जीवो का
प्राण दान देता हूं
उपजाता हूं अन्नधान्य
वृक्षों को जीवन देता हूं
मैं नदिया का नीर हूं निर्मल
उज्जवल धारा में वहता हूं
चलते रहना ही धर्म है मेरा
निरंतर गतिशील रहता हूं
गंतव्य पर जाकर
स्वामी के जल में जा मिलता हूं
उड़ जाता हूं बाष्प रूप में
और बादल बन जाता हूं
जीव जंतु कि त्रिशा मिटाने
धरती पर आ जाता हूं
मैं नदिया का नीर हूं निर्मल
उज्जवल धारा में वहता हूं

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
4 Likes · 6 Comments · 576 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
देख भाई, सामने वाले से नफ़रत करके एनर्जी और समय दोनो बर्बाद ह
देख भाई, सामने वाले से नफ़रत करके एनर्जी और समय दोनो बर्बाद ह
ruby kumari
*
*"बसंत पंचमी"*
Shashi kala vyas
दीवाने खाटू धाम के चले हैं दिल थाम के
दीवाने खाटू धाम के चले हैं दिल थाम के
Khaimsingh Saini
I want to hug you
I want to hug you
VINOD CHAUHAN
इश्क़ का मौसम रूठने मनाने का नहीं होता,
इश्क़ का मौसम रूठने मनाने का नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सड़क जो हाइवे बन गया
सड़क जो हाइवे बन गया
आर एस आघात
अब यह अफवाह कौन फैला रहा कि मुगलों का इतिहास इसलिए हटाया गया
अब यह अफवाह कौन फैला रहा कि मुगलों का इतिहास इसलिए हटाया गया
शेखर सिंह
क्या कभी तुमने कहा
क्या कभी तुमने कहा
gurudeenverma198
प्रिय आँसू तुम्हारे बिना ये आँखें, जैसे सूखी धरती की प्यास,त
प्रिय आँसू तुम्हारे बिना ये आँखें, जैसे सूखी धरती की प्यास,त
Rituraj shivem verma
ये बात पूछनी है - हरवंश हृदय....🖋️
ये बात पूछनी है - हरवंश हृदय....🖋️
हरवंश हृदय
24/231. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/231. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हवा-बतास
हवा-बतास
आकाश महेशपुरी
पास फिर भी
पास फिर भी
Dr fauzia Naseem shad
जिंदगी में रंग भरना आ गया
जिंदगी में रंग भरना आ गया
Surinder blackpen
"" *गणतंत्र दिवस* "" ( *26 जनवरी* )
सुनीलानंद महंत
पुस्तक अनमोल वस्तु है
पुस्तक अनमोल वस्तु है
Anamika Tiwari 'annpurna '
धर्म निरपेक्षी गिद्ध
धर्म निरपेक्षी गिद्ध
AJAY AMITABH SUMAN
झुकना होगा
झुकना होगा
भरत कुमार सोलंकी
..
..
*प्रणय प्रभात*
ख्याल (कविता)
ख्याल (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
" बयां "
Dr. Kishan tandon kranti
हां मैंने ख़ुद से दोस्ती की है
हां मैंने ख़ुद से दोस्ती की है
Sonam Puneet Dubey
तेरी महफ़िल में सभी लोग थे दिलबर की तरह
तेरी महफ़िल में सभी लोग थे दिलबर की तरह
Sarfaraz Ahmed Aasee
“किरदार भले ही हो तकलीफशुदा  ,
“किरदार भले ही हो तकलीफशुदा ,
Neeraj kumar Soni
कितनों की प्यार मात खा गई
कितनों की प्यार मात खा गई
पूर्वार्थ
*कस्तूरबा गाँधी पक्षी-विहार की सैर*
*कस्तूरबा गाँधी पक्षी-विहार की सैर*
Ravi Prakash
🤲
🤲
Neelofar Khan
सब्जी के दाम
सब्जी के दाम
Sushil Pandey
उधार  ...
उधार ...
sushil sarna
साथ
साथ
Neeraj Agarwal
Loading...