मैं तो महज इतिहास हूँ
मैं तो महज इतिहास हूँ
कुछ तो लिखा हूँ
कुछ अनलिखा हूँ
मैं तो महज इतिहास हूँ
देखे हैं पूर्वज सभी
हुए जो अग्रज कभी
मैं तो महज इतिहास हूँ
सभ्यताओं को देखा
न बचा अनदेखा
मैं तो महज इतिहास हूँ
वक्त को समेटता
अपने में लपेटता
मैं तो महज इतिहास हूँ
V9द मैं अतीत हूँ
हार हूँ मैं जीत हूँ
मैं तो महज इतिहास हूँ
स्वरचित
( V9द चौहान )