मैं तो महज नीर हूँ
मैं तो महज नीर हूँ
कहीं बर्फ सफेद मैं
कहीं बरसता मेघ मैं
मैं तो महज नीर हूँ
सागर मैं अथाह हूं
फिर भी मैं चाह हूँ
मैं तो महज नीर हूँ
जीवन का आधार मैं
हँसता हुआ संसार मैं
मैं तो महज नीर हूं
क्या होगा संसार में
बहाते लोग बेकार में
मैं तो महज नीर हूं
बुझाता हूँ प्यास मैं
V9द बेहद उदास मैं
मैं तो महज नीर हूँ