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15 Aug 2022 · 1 min read

मैं तिरंगा, स्वतंत्र भारत की पहचान हूं

मैं तिरंगा,स्वतंत्र भारत की पहचान हूं
देश भक्त वीरों का मैं कीर्तिमान हूं
गौरव हूं मैं भारत के स्वाभिमान का
साक्षी हूं मैं वीरों के बलिदान का

मैं तिरंगा स्वतंत्र भारत की पहचान हूं

शत्रुओं पर मैं भीषण ललकार हूं
मां भारती के शीश का मैं,अलंकार हूं
अस्त्र हूं मैं देश भक्त, वीरों का
फहराता ध्वज हूं, मैं प्राचीरों का

मैं तिरंगा स्वतंत्र भारत की पहचान हूं

शहीदों के बलिदान की मैं, गाथा हूं
लिपट शहीदों के तन से, मैं गर्वित हूं
साक्षी हूं मैं, लहू बहाते मां के लालों का
गाता हूं गीत मैं,आजादी के मतवालों का

मैं तिरंगा स्वतंत्र भारत की पहचान हूं

तीन रंगों के सम्मान का मैं तिरंगा हूं
सत्य और शांति का प्रतीक,सफेद हूं
चक्र मेरा समय और प्रगति दर्शाता है
केसरिया हूं मैं ,शक्ति और शौर्य का
हरा रंग हूं मैं,धरती की हरियाली का

मैं तिरंगा स्वतंत्र भारत की पहचान हूं

आहत हूं मैं,अपने अपमान पर
क्षुब्ध हूं मैं,व्यथित हूं ,उत्सव के बाद
कुछ अबोध,कुछ विवेकहीन के हाथों
तिरस्कृत हो फेंक दिए जाने पर
क्योंकि,भारत का अभिमान हूं मैं
देशभक्त शहीदों का सम्मान हूं मैं

मैं तिरंगा स्वतंत्र भारत की पहचान हूं

Language: Hindi
Tag: Poem
96 Views
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