मैं घमंडी नहीं हूँ ना कभी घमंड किया हमने
मैं घमंडी नहीं हूँ ना कभी घमंड किया हमने
पर जो घमंडी हैं या थे बस उनसे दूर रहा हमने
क्योंकि मैं यहाँ जो कुछ भी हूँ
वो मैं अपने माता पिता गुरु भगवान की कृपा से
अपना त्याग और परिश्रम के दम पर हूँ ।।
कवि :– मन मोहन कृष्ण