Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2022 · 2 min read

मैं कौन हूँ

✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️

🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

रात्रि मैडिटेशन में एक प्रश्न आया /पुछा गया की में कौन हूँ :-

विषय : मैं कौन हूँ

मैं पचास वर्ष का नौजवान हूँ
माँ बाप की इकलौती संतान हूँ
तीन प्यारे बच्चों का पिता हूँ
लेकिन प्रश्न अभी भी वहीँ है
की मैं कौन हूँ ?

मैं सफल हूँ या असफल
मैं भोला हूँ या बेवकूफ
मैं सीधा हूँ या अनाड़ी
लेकिन प्रश्न अभी भी वहीँ है
की मैं कौन हूँ ?

मैं आदमी /पुरुष हूँ
पर कुछ गुण मुझमें स्त्रियों के भी हैं
हर स्त्री में कुछ गुण पुरुष वाले होते हैं
और हर पुरुष में कुछ गुण स्त्री वाले
लेकिन प्रश्न अभी भी वहीँ है
की मैं कौन हूँ ?

मैं इंसान हूँ
पर क्या इंसानियत है मेरे अंदर
एक व्यक्ति जो चीर हरण करे
एक व्यक्ति जो आदमी -औरत में फ़र्क़ करे
एक व्यक्ति जो ऊंच नीच -जातिवाद मानता हो
तो वो इंसान कैसे हो सकता है
लेकिन प्रश्न अभी भी वहीँ है
की मैं कौन हूँ ?

एक व्यक्ति जो औरत को दासी समझे
एक व्यक्ति जो औरत को वस्तु समझे
एक व्यक्ति जो गरीबों का मजाक उड़ाए
एक व्यक्ति जो बीमारी से ग्रस्त लाचारों से घृणा करे
क्या वो व्यक्ति कहलाने लायक है
लेकिन प्रश्न अभी भी वहीँ है
की मैं कौन हूँ ?

गले में माला ,सिर पर तिलक ,हाथों में ग्रन्थ
मन में लालच -व्यवहार में क्रोध -आचरण में काम
सुबह उठना -दिन भर काम -रात को टीवी -बीवी -बच्चे
क्या इसी का नाम है जिंदगी
लेकिन प्रश्न अभी भी वहीँ है
की मैं कौन हूँ ?

चक्र -ध्यान -जप -तप -मनन
कुण्डलिनी -समाधी -जाग्रति
ये करूँ तो संसार से विरक्त हो जाऊँ
सांसारिक रहता हूँ तो इन सबसे दूरी बनाऊँ
लेकिन प्रश्न अभी भी वहीँ है
की मैं कौन हूँ ?

मैं एक मिथ्या हूँ
मैं एक भरम हूँ
मैं दूसरों को नहीं अपने आपको धोखा देने
वाला मूर्ख हूँ
मैं सब कुछ जानता हूँ इस भरम के साथ जीने
पढ़ा लिखा अज्ञानी हूँ
अरे ,मैं तो वो हूँ जो इंसानों को ही नहीं
ईश्वर को भी धोखा देता है
लेकिन प्रश्न अभी भी वहीँ है
की मैं कौन हूँ ?

मैं सुख सुविधा साधनों को भोगने वाला
इन्हीं झूठे संसाधनों को सत्य मानने वाला
मोह को ही प्रेम समझने वाला
गंगा स्नान -देव दर्शन -पूजा पाठ को ही
पापों से मुक्ति समझने वाला
लेकिन प्रश्न अभी भी वहीँ है
की मैं कौन हूँ ?

बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
🙏सुप्रभात 🌹
आपका दिन शुभ हो
स्वरचित एवं स्वमौलिक
🔯🔱 विकास शर्मा “शिवाया”🔱
जयपुर-राजस्थान

Language: Hindi
335 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
Phool gufran
त्राहि त्राहि
त्राहि त्राहि
Dr.Pratibha Prakash
उसके बाद
उसके बाद
हिमांशु Kulshrestha
अब मेरी मजबूरी देखो
अब मेरी मजबूरी देखो
VINOD CHAUHAN
#आह्वान
#आह्वान
*प्रणय*
प्रकाश एवं तिमिर
प्रकाश एवं तिमिर
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
सडा फल
सडा फल
Karuna Goswami
यही विश्वास रिश्तो की चिंगम है
यही विश्वास रिश्तो की चिंगम है
भरत कुमार सोलंकी
परेशान देख भी चुपचाप रह लेती है
परेशान देख भी चुपचाप रह लेती है
Keshav kishor Kumar
मन मूरख बहुत सतावै
मन मूरख बहुत सतावै
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"चीख उठते पहाड़"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रश्न  शूल आहत करें,
प्रश्न शूल आहत करें,
sushil sarna
3090.*पूर्णिका*
3090.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मतलब का सब नेह है
मतलब का सब नेह है
विनोद सिल्ला
*चली आई मधुर रस-धार, प्रिय सावन में मतवाली (गीतिका)*
*चली आई मधुर रस-धार, प्रिय सावन में मतवाली (गीतिका)*
Ravi Prakash
*जय माँ झंडेया वाली*
*जय माँ झंडेया वाली*
Poonam Matia
तुम्हारा ज़वाब सुनने में कितना भी वक्त लगे,
तुम्हारा ज़वाब सुनने में कितना भी वक्त लगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
मेरे जीवन का सार हो तुम।
मेरे जीवन का सार हो तुम।
Ashwini sharma
"Every person in the world is a thief, the only difference i
ASHISH KUMAR SINGH
🌻 गुरु चरणों की धूल🌻
🌻 गुरु चरणों की धूल🌻
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जीवन दया का
जीवन दया का
Dr fauzia Naseem shad
खो गया सपने में कोई,
खो गया सपने में कोई,
Mohan Pandey
जिंदगी     बेहया     हो    गई।
जिंदगी बेहया हो गई।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
पुरुष की वेदना और समाज की दोहरी मानसिकता
पुरुष की वेदना और समाज की दोहरी मानसिकता
पूर्वार्थ
यार ब - नाम - अय्यार
यार ब - नाम - अय्यार
Ramswaroop Dinkar
प्यारा भारत देश हमारा
प्यारा भारत देश हमारा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
एक समय था जब शांतिप्रिय समुदाय के लोग घर से पशु, ट्यूवेल से
एक समय था जब शांतिप्रिय समुदाय के लोग घर से पशु, ट्यूवेल से
गुमनाम 'बाबा'
जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है
जग में वो ही सच में, सच्चा गुरु कहलाता है
gurudeenverma198
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...