मैं कहाँ था ?
तेरी दुनिया में नहीं रहता था
मैं फिर भी, तुझमें कहीं रहता था
तेरी जुल्फों में चाँद सितारे थे
मैं भी बादल सा वहीं रहता था
ये जो वीरान सी आँखें हैं तेरी
याद कर,
मैं वर्षों पहले यहीं रहता था✍️
❤
तेरी बातों में नहीं रहता था
मैं फिर भी, तुझमें कहीं रहता था
तेरे सवालों में उलझन अजब थी
मैं जबाब बनकर वहीं ठहरता था
आज तो ख़ामोशी है गज़लों में
याद कर,
मैं वर्षों पहले यहीं रहता था✍️
❤
तेरी गलिओं में नहीं रहता था
फिर भी, हर आहट में कहीं रहता था
तेरी तरसती निगाहों में नाम था मेरा
मैं भी बेनाम सा वहीं रहता था
अब क्यूँ है इंतज़ार ए मंजर राहों में
याद कर,
मैं वर्षों पहले यहीं रहता था ✍️