Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Aug 2024 · 1 min read

मैं एक बीबी बहन नहीं

मैं एक बीबी बहन नहीं
बस एक कठपुतली हूँ
हा बड़ा अटपटा सा लगता हैं
आजाद देश में ,बंदिशो में जकड़ी
एक कैदी हूँ मैं
ना जाने कब से ,ना जाने कब से
ना खुल के हँसी ,न रोई
ना गाई”न नाची
जब भी दो पल अपने लिए चाहे तो
बस मिली झिड़कियां…
क्या जब देखो…ये करती रहती हो
सारी जिंदगी इस पुरूष रूपी समाज को दी
ईमानदारी,मेहनत,इज्जत, और प्यार
और मिला क्या
सिर और सिर्फ झिड़कियां….
क्या हम आजाद है
जहाँ हम न खिल सकते,न खुल के सांसे ले सकते
ये समाज हमे जीने क्यों नही देता
रोज़ रोज़ अलग अलग नसीहतें क्यों देता है
क्या कभी ये नही हो सकता
कि कोई हमसे पूछे कि
हम क्या चाहते हैं।….
तो शायद हम सभी का यही जवाब होगा
कि सिर्फ और सिर्फ सम्मान….💐💐💐💐💐💐
कभी कोई गंदा मजाक करता है…
तो कोई बॉडी शेमिंग करता है…
आखिर ये समाज चाहता क्या है हम औरतों से
हम सिर्फ इनके हाथों की कठपुतली बन जाये …तो ये खुश होंगे….
शायद ही इनको कोई खुश कर सकता हैं।
मैं एक बीबी बहन नहीं
बस एक कठपुतली हूँ💐💐💐💐💐💐💐

Language: Hindi
2 Likes · 88 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
देवी महात्म्य प्रथम अंक
देवी महात्म्य प्रथम अंक
मधुसूदन गौतम
2729.*पूर्णिका*
2729.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
ये दिल उन्हें बद्दुआ कैसे दे दें,
Taj Mohammad
21-- 🌸 और वह? 🌸
21-- 🌸 और वह? 🌸
Mahima shukla
🌹लफ्ज़ों का खेल🌹
🌹लफ्ज़ों का खेल🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
" यादें "
Dr. Kishan tandon kranti
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
गुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आइये झांकते हैं कुछ अतीत में
आइये झांकते हैं कुछ अतीत में
Atul "Krishn"
"अनपढ़ी किताब सा है जीवन ,
Neeraj kumar Soni
सितारे  अभी  जगमगाने  लगे।
सितारे अभी जगमगाने लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
Rituraj shivem verma
9. पोंथी का मद
9. पोंथी का मद
Rajeev Dutta
लहज़ा तेरी नफरत का मुझे सता रहा है,
लहज़ा तेरी नफरत का मुझे सता रहा है,
Ravi Betulwala
Keep On Trying!
Keep On Trying!
R. H. SRIDEVI
आप हो न
आप हो न
Dr fauzia Naseem shad
इश्क समंदर
इश्क समंदर
Neelam Sharma
तिरंगा
तिरंगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आजादी दिवस
आजादी दिवस
लक्ष्मी सिंह
*जिस पर प्रभु की अति कृपा हुई, माया उसकी हर लेते हैं (राधेश्
*जिस पर प्रभु की अति कृपा हुई, माया उसकी हर लेते हैं (राधेश्
Ravi Prakash
लोग कहते रहे
लोग कहते रहे
VINOD CHAUHAN
आकाश के सितारों के साथ हैं
आकाश के सितारों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
शाश्वत प्रेम
शाश्वत प्रेम
Shashi Mahajan
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
*प्रणय*
मृत्यु शैय्या
मृत्यु शैय्या
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
साहिल पर खड़े खड़े हमने शाम कर दी।
Sahil Ahmad
Life is like party. You invite a lot of people. Some leave e
Life is like party. You invite a lot of people. Some leave e
पूर्वार्थ
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मनाओ जश्न तुम मेरे दोस्तों
मनाओ जश्न तुम मेरे दोस्तों
gurudeenverma198
कहते है चेहरे में मुस्कान ,
कहते है चेहरे में मुस्कान ,
Yogendra Chaturwedi
Midnight success
Midnight success
Bidyadhar Mantry
Loading...