मैं “आदित्य” सुबह की धूप लेकर चल रहा हूं। मैं “आदित्य” सुबह की धूप लेकर चल रहा हूं। सोचा है दुनिया बदल दुंगा यही सोचकर ख़ुद बदल रहा हूं।।