मैं आज नहीं हूं पर
मैं तो
आज नहीं हूं पर
मैं कितना कुछ कह गई
आने वाली सदियों के लिए
पीढ़ियों के लिए
आज की तारीख में
पलटकर देखना
मेरे जीवन की
पल पल बदलती कहानियों को
हो सकता है
तुम्हें जो कहानी
मेरे जीवित रहते
पसन्द नहीं आती थी
वह अब आ जाये
कुछ बातें किसी के रहते
समझ नहीं आती
वह उनके न होने पर
समझना चाहो तो
समझ आती हैं और
कुछ लोगों को तो
कभी नहीं आती क्योंकि
वह कभी कुछ समझना ही जो
नहीं चाहते।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001