मैंने देखा है ये सब होते हुए,
मैंने देखा है ये सब होते हुए,
खुद को खुद से गुमशुदा होते हुए।
भटकती रही इधर से उधर यूं ही,
जाने क्यों सीधा सा रास्ता होते हुए।
इबादत की है हमने उसकी इस कदर,
रह गया थोड़ा सा बस खुदा होते हुए।
मेरा इश्क तो बेपाक था फिर क्यों,
मुझपर लगे इल्ज़ाम बेगुनाह होते हुए।
उसे चाह रही हूं इतनी शिद्दत से मैं,
वो मेरा नहीं है जबकि ये पता होते हुए।
हंसते रहे हम हर हाल में लेकिन,
अपनी आंख में आंसू होते हुए।