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28 May 2023 · 1 min read

मैंने कुछ सीखा

उन कठिन दिनों में मैंने,
इस जीवन से कुछ सीखा ।
रुकी थी जब सारी दुनिया,
लोगों को घरो में कैद देखा ।

दिलो में था डर और लाचारी,
विश्व में फैली थी जब महामारी।
तब शांत अंतर्मन से मैंने,
इस जीवन से कुछ सीखा ।

ये सीख थी बहुत अनमोल,
जो राज रही थी ये खोल ।
कि इस जीवन का जग में,
सबसे बड़ा है मोल ।

लाख कर ले इंसान जतन ।
धन और दौलत कमाने में,
पर क्षण नहीं लगता है ,
इस जीवन को गवाने मे ।

इस ज़िंदगी के आगे हर,
धन और दौलत है फीका ।
उन कठिन दिनों मे मैंने ,
इस जीवन से कुछ सीखा ।

हे मानव जाति करो तुम,
इस जीवन का सम्मान ।
इस प्रकति को तुम पूजो,
न बनाओ यंत्रों को भगवान ।

इस प्रकृति कि गोद में ही,
ये जीवन पल पायेगा ।
जो हो गए तुम दूर इससे,
तो प्रलय ही आयेगा ।

नहीं है इस जग में कुछ भी ,
इस मानव जीवन सरीखा ।
उन कठिन दिनों मे मैंने ,
इस जीवन से कुछ सीखा ।

Language: Hindi
Tag: Kavita
1 Like · 135 Views
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