मे़ं आवारा नहीं मां
चला जा रहा हूं
पर कोई नजर ही नहीं आता
बोलते तो सब हैं
पर साथ कोई नहीं निभाता
दुआऐं
जो साथ तेरी
मंजिलें पा जाउंगा
जानता हूं
आज रुका तो
फिर उठ भी नहीं पाऊंगा
ऐ जीवन
और इन बाधाओं मे़ं
होसले कमजोर पड़ जाते हैं
जब लड़ते लड़ते
खुद से ही
लहरों के शोर बड़ जाते हैं
जाने कब सुकूं
कब शाम होगी
सपने तेरे पूरे
ख्वाहिशें तमाम होगी
पर सच तो यही है
हर कोई ने कही है
मेरी दरीया का कोई किनारा नहीं है मां
पर जिद है जियुंगा
अभी तेरा बेटा हारा नहीं है मां
यकीन रखना मां
आपका बेटा आवारा नहीं है
आपका बेटा आवारा नहीं है मां