Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2024 · 1 min read

“मेहंदी”

“मेहंदी”
सखी रे आजा सावन आया रे,
राखी का त्यौहार जो आया ,
भाई बहन के मन को लुभाया।
हरी पीली लाल चूड़ियां खनके ,
गोरे गोरे हाथों में मेहंदी रचाया।
माथे की बेंदी चमचम चमके ,
हाथों की मेहंदी का रंग चमकाया।
मेहंदी का रंग कभी न छुटे ,
ओढ़ चुनरिया जब मन झूमे ,
मेहंदी रची जब मन भरमाया।
हिना की खुशबू लिए सोलह श्रृंगार ,
द्वार खड़े ताकती भैया को नैन भर आया।
मेहंदी का रंग चढ़ा हाथों में ,जैसे प्रेमबन्धन कलाईयों में भाया।
मेहंदी रंग दे जाती है ,न जाने क्यों इठलाती है।
मेहंदी रंग हिना की दे गई ,धुंधली हो गई अब मन को न भाया।
राखी का त्यौहार में न जाने क्यों ,ये कोरोना ने कहर बरपाया।
भाई बहन को जुदा करके ,महामारी का आंतक फैलाया।
पीहर की जब याद सताये ,मन पँछी बन उड़ उड़ जाए।
राखी का त्यौहार जो आया ,भाई बहन के मन को लुभाया
ओ री सखी कजरी तीज गाओ ,सावन मास बूंदों की बौछार लाया।
शशिकला व्यास ✍️
🏵️💚🏵️💛🏵️🧡🏵️❤️🏵️🧡🏵️💜🏵️💖🏵️💙

1 Like · 159 Views

You may also like these posts

16---🌸हताशा 🌸
16---🌸हताशा 🌸
Mahima shukla
दिल धड़क उठा
दिल धड़क उठा
अमित
कर्मों का फल
कर्मों का फल
Ram Krishan Rastogi
गद्य के संदर्भ में क्या छिपा है
गद्य के संदर्भ में क्या छिपा है
Shweta Soni
कुछ बातें ज़रूरी हैं
कुछ बातें ज़रूरी हैं
Mamta Singh Devaa
दोहा त्रयी. . .
दोहा त्रयी. . .
sushil sarna
आपके व्यवहार से...
आपके व्यवहार से...
आर एस आघात
भारत को निपुण बनाओ
भारत को निपुण बनाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
साक्षात्कार स्वयं का
साक्षात्कार स्वयं का
Pratibha Pandey
कुछ यक्ष प्रश्न हैं मेरे..!!
कुछ यक्ष प्रश्न हैं मेरे..!!
पंकज परिंदा
गीतिका
गीतिका
जगदीश शर्मा सहज
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
एक पल को न सुकून है दिल को।
एक पल को न सुकून है दिल को।
Taj Mohammad
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
*शीर्षक - प्रेम ..एक सोच*
Neeraj Agarwal
भूल जाऊं तुझे भूल पता नहीं
भूल जाऊं तुझे भूल पता नहीं
VINOD CHAUHAN
शायद खोना अच्छा है,
शायद खोना अच्छा है,
पूर्वार्थ
एहसास
एहसास
Shally Vij
अपना गांव
अपना गांव
अनिल "आदर्श"
मैं लिखूं अपनी विरह वेदना।
मैं लिखूं अपनी विरह वेदना।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
क्रिसमस पर कोमल अग्रवाल की कविता
क्रिसमस पर कोमल अग्रवाल की कविता
komalagrawal750
हे दिल ओ दिल, तेरी याद बहुत आती है हमको
हे दिल ओ दिल, तेरी याद बहुत आती है हमको
gurudeenverma198
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
Johnny Ahmed 'क़ैस'
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – भातृ वध – 05
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – भातृ वध – 05
Kirti Aphale
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तल्खियां होते हुए 'शाद' न समझी मैं उन्हें
तल्खियां होते हुए 'शाद' न समझी मैं उन्हें
Dr fauzia Naseem shad
"ए एड़ी न होती"
Dr. Kishan tandon kranti
अपना अपना सच
अपना अपना सच
Dr.Archannaa Mishraa
तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं।
तुम्हारे इश्क में इतने दीवाने लगते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
3831.💐 *पूर्णिका* 💐
3831.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गरीब की दिवाली।।
गरीब की दिवाली।।
Abhishek Soni
Loading...