मेरे साथी!
मेरी हर साँसों पर साथी,
तेरा नाम लिखा है।
मेरे हर रूह में साथी ,
तेरे लिए प्यार बसा है।
वह तो ऐसे ही साथी,
मैं नोक-झोंक कर लेती हूँ।
तुम समय नही देते मुझको,
यह कहकर लड़ लेती हूँ।
पर मैं भी जानती हूँ साथी,
तुम मेरे लिए ही भाग रहे हो।
दिन -रात अपना समय तुम,
हम सब के लिए त्याग रहे हो।
मैं भी कहाँ तुमसे साथी
दिल से कभी मै लड़ती हूँ।
वह तो वैसे ही तुम्हें चिढ़ाने के लिए
यह बात मै तुमसे कहती हूँ।
मै कैसे बताऊँ तुमको साथी,
मैं तुम्हें कितना प्यार करती हूँ।
आसमान में तारे नही जितना,
सागर नहीं है जितना गहरा।
उतनी गहरे दिल से साथी,
मै तुम्हें चाहती हूँ।
तुम हमेशा खुश रहो जीवन में,
ईश्वर से रोज यही दुआ माँगती हूँ।
अनामिका