Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Oct 2021 · 1 min read

मेरे सरकार आते हैं (भक्ति-गीत)

मेरे सरकार आते हैं ( भक्ति-गीत)
“”””””””””””””””””””””””””””””””‘
मौहब्बत से बुलाओ तो
मेरे सरकार आते हैं
(1)
न पैसे से ,न राजाओं के
महलों से उन्हें मतलब,
तुम्हारे जो दिखावे हैं
उन्हें वो देखते हैं कब ?

उन्हें दिल से हमारे
अनगढ़े बस शब्द भाते हैं
मौहब्बत से बुलाओ ,तो
मेरे सरकार आते हैं

(2)

मेरे सरकार का आना
हवाओं से भी हल्का है,
कहाँ दुनिया के उस मालिक का
चेहरा कोई झलका है

कभी वह मौन लगते हैं
कभी लगता है गाते हैं ,
मौहब्बत से बुलाओ ,तो
मेरे सरकार आते हैं
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
रचयिता: रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997615451

194 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
सुदामा जी
सुदामा जी
Vijay Nagar
आज के इस स्वार्थी युग में...
आज के इस स्वार्थी युग में...
Ajit Kumar "Karn"
आया दिन मतदान का, छोड़ो सारे काम
आया दिन मतदान का, छोड़ो सारे काम
Dr Archana Gupta
"एक नज़्म तुम्हारे नाम"
Lohit Tamta
*
*"सावन"*
Shashi kala vyas
3016.*पूर्णिका*
3016.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*पल्लव काव्य मंच द्वारा कवि सम्मेलन, पुस्तकों का लोकार्पण तथ
*पल्लव काव्य मंच द्वारा कवि सम्मेलन, पुस्तकों का लोकार्पण तथ
Ravi Prakash
🙅आज का आग्रह🙅
🙅आज का आग्रह🙅
*प्रणय*
"झूठे लोग "
Yogendra Chaturwedi
" सुपारी "
Dr. Kishan tandon kranti
आँखों में कुछ नमी है
आँखों में कुछ नमी है
Chitra Bisht
सोच...….🤔
सोच...….🤔
Vivek Sharma Visha
पहले क्रम पर दौलत है,आखिर हो गई है रिश्ते और जिंदगी,
पहले क्रम पर दौलत है,आखिर हो गई है रिश्ते और जिंदगी,
पूर्वार्थ
जो लड़की किस्मत में नहीं होती
जो लड़की किस्मत में नहीं होती
Gaurav Bhatia
"I having the Consistency as
Nikita Gupta
प्रकृति (द्रुत विलम्बित छंद)
प्रकृति (द्रुत विलम्बित छंद)
Vijay kumar Pandey
गौ माता...!!
गौ माता...!!
Ravi Betulwala
Plastic Plastic Everywhere.....
Plastic Plastic Everywhere.....
R. H. SRIDEVI
लिमवा के पेड़ पर,
लिमवा के पेड़ पर,
TAMANNA BILASPURI
अन्तर्मन की विषम वेदना
अन्तर्मन की विषम वेदना
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
फितरत
फितरत
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
ये तो जोशे जुनूँ है परवाने का जो फ़ना हो जाए ,
ये तो जोशे जुनूँ है परवाने का जो फ़ना हो जाए ,
Shyam Sundar Subramanian
*चिड़ियों को जल दाना डाल रहा है वो*
*चिड़ियों को जल दाना डाल रहा है वो*
sudhir kumar
*पयसी प्रवक्ता*
*पयसी प्रवक्ता*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
एक रचयिता  सृष्टि का , इक ही सिरजनहार
एक रचयिता सृष्टि का , इक ही सिरजनहार
Dr.Pratibha Prakash
बड़ी दूर तक याद आते हैं,
बड़ी दूर तक याद आते हैं,
शेखर सिंह
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
Neelam Sharma
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
VINOD CHAUHAN
उलझी रही नजरें नजरों से रात भर,
उलझी रही नजरें नजरों से रात भर,
sushil sarna
दौलत नहीं, शोहरत नहीं
दौलत नहीं, शोहरत नहीं
Ranjeet kumar patre
Loading...