मेरे लाल
तेरे जोर से सिसकने भर से
मेरी सांसों की डोर
कमजोर सी होने लगती है
तेरी एक चिल्लाहट भर से
दिल की धड़कनें
दौड़ती सी लगती है
मेरा साथ छोड़ती सी लगती है
तेरीे खिलखिलाहट से ही
मेरे मन की बगिया है खिली
तू उदास ना हुआ कर मेरे लाल
तेरी उदासी मुझे खलती है
तेरी उदासी से
मेरी जान जलती है
मेरी दुआ है
पल- पल, हर-पल
तूं रहे मुसकराता
बगिया मेरी रोशन करता
मेरे मन में उतरता