मेरे भैया
बांधा है जो मैंने बंधन इसकी लाज निभाना,
हर दर्द हर मुश्किल से मुझको तुम बचाना।
करतीं हूं मैं रोज दुआयें,हर लूं तेरी सारी बलाएं,
हो हम एक दूजे से दूर,रब करे वो दिन ना आए।
तेरे बदले में भैया, रब से कुछ और ना मांगू,
मेरी डोली को देना कांधा, तुमको हीं सबकुछ मानूं।
आऊं जो तेरे दर पे, करना मुझको प्यार इतना,
भाभी के संग अठखेली में,भूल जाऊं हर गम अपना। ं