मेरे भाव मेरे भगवन
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धनुष वाले हो रामा, बंशी वाले हरे कृष्णा। जरा सुधी लेना ,जरा सुधी लेना।
धनुष वाले हो रामा ,बंशी वाले हरे कृष्णा। पिंजरे के पंछी को,बस तेरा ही ठिकाना। ये पल( तनावग्रस्त) भार सा लागे। ये तन बेजार लागे,और ये जीवन बेकार सा लागे। कहते संत ,ज्ञानी,योगी बस तू (भगवन,मायाधिपति )एक अपना, जीवन ,जगत सब सपना(माया)। धनुष वाले हो रामा। वंशी वाले हरे कृष्णा। जरा सुधी लेना, जरा सुधी लेना। जब तक सांस हो, कर्ममय जीवन हो, हरेक पल में तेरी( ईश्वर ) याद हो। धनुष वाले हो रामा, बंशी वाले हरे कृष्णा । जरा सुधी लेना -२