मेरे प्यारे पापा
मेरे प्यारे पापा
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हृदय में जो है मेरे रहते,
पल-पल मुझको याद है आते,
वो हे!मेरे प्यारे पापा—
मेरी शरारतों और शैतानियों पर!
जो बहुत है खुश होते,
वो हें!मेरे प्यारे पापा–
मुझको जो ज्ञान का पाठ पढ़ाते,
तरह-तरह कि शिक्षा देते
भगवद्गीता और रामायण की।
वो हें!मेरे प्यारे पापा—-
मुझको जो वीरता कि कहानी सुनाते,
लक्ष्मी बाई और पदमावती की
तुम भी बनो बहादुर,
सिंहनी सी गर्जना करके।
ऐसे हें!मेरे प्यारे पापा—
सुषमा सिंह*उर्मि,,
कानपुर उ०प्र०