मेरे पापा।
जग में सबसे अच्छे हैं मेरे पापा,,,
दिल के बड़े ही सच्चे हैं मेरे पापा।।
जब संग में मेरे खेलते हैं मेरे पापा,,,
तो बन जाते जैसे बच्चे हैं मेरे पापा।।
परेशानी में मित्र हैं मेरे पापा,,,
चारित्र में बड़े पवित्र हैं मेरे पापा।।
सर्व हित सोच के हैं मेरे पापा,,,
ऐसे व्यक्तित्व के स्वामी हैं मेरे पापा।।
चांद सितारो के जैसे हैं मेरे पापा,,,
अंधियारें में उजियारे हैं मेरे पापा।।
सबका ध्यान रखते हैं मेरे पापा,,,
मुझको ईश्वर लगते हैं मेरे पापा।।
कद में नभ से ऊंचे हैं मेरे पापा,,,
सारथी जीवन रथ के हैं मेरे पापा।।
अथक परिश्रम करते हैं मेरे पापा,,,
सबकी जरूरतें पूरी करते हैं मेरे पापा।।
ऐसे प्यारे हैं मेरे पापा,,,
जग से न्यारे हैं मेरे पापा।।
मेरा आकार हैं मेरे पापा,,,
जीवन का विस्तार हैं मेरे पापा।।
दीन हीन की मदद करते हैं मेरे पापा,,,
अच्छाई में कल्पना से परे हैं मेरे पापा।।
अच्छे संस्कारो से परिपूर्ण हैं मेरे पापा,,,
प्रेम ह्रदय से भरे सम्पूर्ण हैं मेरे पापा।।
मुझमें खुद को देखते हैं मेरे पापा,,,
फिरसे मुझमें बचपन जीते हैं मेरे पापा।।
मेरा संसार हैं मेरे पापा,,,
जग भर का प्यार हैं मेरे पापा।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ