मेरे नयनों में जल है।
मेरे नयनों में जल है।
वह जल आंसुओं की तरह खारा नहीं है।
उसमें मिठास है।
उसमें दिव्यता है।
उसमें अजेयता का भाव है।
उसमें सभी पवित्र सरिताओं का जल मिश्रित है।
मेरे नयनों में केवल मुझे मत देखो।
इनमें मेरे पूर्वज भी हैं।
वे पूर्वज जो राम आएंगे की राह लखते लखते प्रभु राम के चरण कमलों में विलीन हो गए।
वे भी मेरे साथ साथ प्रभु राम के आगमन के भव्य समारोह और उसके पश्चात राम लला के दिव्य दर्शन करेंगे यह निश्चित है।
सबकुछ तो सम्मुख हो रहा है।
जो किसी कालखंड में असंभव सा प्रतीत लगता था अब घटित हो रहा है।
नेत्रों को विश्वास नहीं हो रहा।
मन में मोद का सागर उमड़ रहा।
राम आ रहे हैं सुनिश्चित है।
किंतु यह सच्चाई देख मन बावला विस्मित है।
Kumar Kalhans