*मेरे देश का सैनिक*
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मेरे “देश” का सैनिक कमजोर नहीं!
किसी “दुश्मन-सैनिक” से कम नहीं।
यदि अपनी औकात पर आ जाये तो,
समझ लो फिर, दुश्मन की खैर नहीं।
मेरे भारत देश के, ये बहादुर सैनिक !
जो अपने देश की सीमा के है रक्षक।
हमें शक नहीं अपने वीर जवानों पर!
परन्तु देश के भीतर कौन है- रक्षक.?
जयहिंद**********जय जवान!*
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रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल==
===*उज्जैन*{मध्यप्रदेश}*=====
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