*मेरे दिल में आ जाना*
दिल की बातों को न तुम
कभी दिल में दबाना
चाहते हो क्या ये तुम
अभी मुझको बताना
मेरे दिल में है बसी
बस चाहतें तेरी
जब भी चाहो तुम कभी
मेरे दिल में आ जाना
आँखों में देखता हूं तेरी
खो जाता हूं इनमें
चाहता हूं ज़िंदगी बस
तेरा साथ हो जिसमें
इश्क़ तुझसे दे रहा है
मुझे दर्द भी कभी
चाहिए नहीं वो खुशियां
तेरा साथ न हो जिसमें
बारात लेके आऊंगा मैं
मेरा इंतज़ार तू करना
लेके सात फेरे ही अब
तू मुझे बाहों में भरना
जानता हूं बाहों में तेरी
अब सुकून आएगा
तेरी ढाल बनकर रहूँगा
तू किसी से न डरना।