मेरे दिल की धड़कन से तुम्हारा ख़्याल…../लवकुश यादव “अज़ल”
चाहत हो मेरी याद रखना, दिल में मेरा नाम रखना।
भूल जाओ ऐसा मुमकिन नहीं, दिल मे हूँ मैं ख्याल रखना।।
पवन की तरह हूँ मैं, एहसास से बता दूँ हो कहा तुम।
यार इतना कमाल करना,चाहत हो मेरी याद रखना।।
किरदार हूँ अज़ल का, मैं अवतार नहीं देवता का,
हम मिले नहीं न मलाल रखना, प्यार हूँ तुम्हारा याद रखना।।
दौलतों का राजा नहीं हूं मैं, जरा मुझ पर एहतराम रखना,
बरस जाएँ न ये आँखें, देख करके तुम्हें ख्याल रखना।।
चाहतों के नग़्मे हैं उदासी में, इस बात का ध्यान रखना।
मैं अपनी अंतिम लाइन, तुम्हारे ही लिए लिखूंगा याद रखना।।
कभी बारिश में भीगना हो तो, मेरी डांट याद रखना,
सर्दी लग जाती है तुम्हें, इस बात का ख्याल रखना।।
अजी सुनो बैठो कभी पास, प्यार पुराना है याद रखना।
करना कभी अगर मुझसे बातें, मैं अज़ल हूँ ये याद रखना।।
चाहत हो मेरी याद रखना, दिल में मेरा नाम रखना।
भूल जाओ ऐसा मुमकिन नहीं, दिल मे हूँ मैं ख्याल रखना।।
लवकुश यादव “अज़ल”
अमेठी, उत्तर प्रदेश